Andekha Sach (Hindi Edition)
Parimal, Dr. Mahesh
मेरी पहली किताब ‘लिखो पाती प्यार भरी’ को लोगों ने सहजता से स्वीकारा। कुछ प्रतिक्रियाएँ दी, जो कुछ मीठी थी, तो कुछ खट्टी भी। कुछ इसी तरह के खट्टे-मीठे अनुभवों को जोडक़र फिर कुछ नया लाने की कोशिश की है। इस बार समाज की विद्रूपताओं पर कटाक्ष किया है। उन सच को सामने लाने का प्रयास किया है, जो सामने होने के बाद भी अनदेखा रह जाता है। हमारे आसपास बहुत-सी ऐसी अनदेखी चीजें हैं, जिसे हम नहीं देख पा रहे हैं। मैंने उन चीजों को शिद्दत से सामने लाने का प्रयास किया है। मेरी दृष्टि, मेरी मेहनत और मेरा लेखन संवेदनाओं के माध्यम से आपको किस तरह से प्रेषित करता है, यही जानना है। कहीं-कहीं भाषा आक्रामक हो गई है। इसके लिए मैं उन परिस्थितियों को दोषी मानता हूँ, जिनके बीच मैं जी रहा हूँ। मैं परिस्थितियों को नहीं बदल सकता, पर उन परिस्थितियों की ओर लोगों का ध्यान तो आकृष्ट कर ही सकता हूँ। इस दिशा में उठाया गया यह मेरा एक छोटा-सा विनम्र प्रयास है? इसमें कहाँ तक सफल हो पाया हूँ, यही जानना है, अपने साथियों से प्रतिक्रिया के रूप में। इस किताब को आप सभी तक पहुँचाने में मेरे अपनों का विशेष सहयोग रहा है। पत्नी भारती, पुत्र आरुणि और बिटिया अन्यूता ने मुझे हमेशा कुछ नया लिखने के लिए प्रेरित किया है। केवल दो ही दिन में पुस्तक का कवर पेज बनाने के लिए दादा गौतम चक्रवर्ती का आभारी हूँ। साथ ही उन सभी साथियों का भी आभारी हूँ, जिन्होंने जाने-अनजाने इस काम में मेरा सहयोग किया।
年:
2022
出版商:
Independently published
語言:
hindi
文件:
EPUB, 1.84 MB
IPFS:
,
hindi, 2022